Urine Diabetes Symptoms – मधुमेह एक लाइलाज बीमारी है जिस पर नियंत्रण रखकर ही स्वस्थ जीवन जीने की कल्पना की जा सकती है। अगर हम डायबिटीज के लक्षणों की बात करें तो ज्यादातर लोग इसके लक्षणों के बारे में ही जानते हैं जैसे अधिक प्यास लगना, मुंह का सूखना, जल्दी ठीक न होना, हमेशा थकान और कमजोरी रहना। लेकिन क्या आप जानते हैं कि डायबिटीज के कारण आपको यूरिन से जुड़ी कई परेशानियां भी महसूस हो सकती हैं, जिससे साफ पता चल सकता है कि आप भी इस घातक बीमारी की चपेट में हैं या आने वाले हैं।
अटलांटा हॉस्पिटल के डायबिटोलॉजिस्ट डॉ. फतेह सिंह के मुताबिक, दरअसल, जब ब्लड शुगर बढ़ जाता है तो आपको यूरिन से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं जैसे बार-बार पेशाब आना, यूरिन का रंग बदलना, गाढ़ा या धुंधला पेशाब आना आदि। विशेषज्ञों का मानना है कि यूरिन से संबंधित लक्षण दिखने पर आपको तुरंत अपना ब्लड शुगर चेक करवाना चाहिए और डायबिटीज के बारे में पता लगाना चाहिए।
ऐसा माना जाता है कि मधुमेह के लक्षणों का शुरुआत में ही इलाज करके इस बीमारी को गंभीर होने से रोका जा सकता है। आइए जानते हैं कि यूरिन से जुड़े किन लक्षणों पर आपको कड़ी नजर रखनी चाहिए।
सेहत से Related दूसरे Article पढने के लिए यहाँ क्लिक करें 👈
पेशाब से जुड़े ये लक्षण हैं डायबिटीज का संकेत | Urine Diabetes Symptoms
- पेशाब में बदलाव- मधुमेह के रोगी के पेशाब की मात्रा बढ़ जाती है। वे अक्सर बार-बार पेशाब करने जाते हैं और रात में भी कई बार उठते हैं।
- पेशाब में ग्लूकोज- मधुमेह के रोगी के पेशाब में ग्लूकोज (चीनी) की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे पेशाब मीठा हो सकता है।
- मूत्र सघनता – मधुमेह रोगी का मूत्र आमतौर पर सामान्य से अधिक गाढ़ा होता है।
- बहुत ज्यादा पेशाब आना- शुगर के मरीजों को अक्सर बहुत ज्यादा पेशाब आता है।
- पेशाब में जलन और दबाव- मधुमेह के रोगी को पेशाब करते समय जलन और दबाव महसूस हो सकता है।
- यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन- इसमें मरीज को यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है, क्योंकि ग्लूकोज से भरपूर यूरिन आसानी से इन्फेक्शन का कारण बन सकता है।
अपनाएं ये डाइट, एक हफ्ते में कंट्रोल हो जाएगा ब्लड शुगर | Diabetes Symptoms in Urine
पेशाब के लक्षण दिखने पर क्या करें
यदि आपको बार-बार पेशाब आता है और आप चिंतित हैं कि यह मधुमेह हो सकता है, तो डॉक्टर से परामर्श करने का समय आ गया है। ये बात सच है कि यूरिन से जुड़े ये लक्षण डायबिटीज का संकेत हैं लेकिन डॉक्टर आपकी जांच करने के बाद ही सही-सही बता सकते हैं कि आपको डायबिटीज है या प्रीडायबिटीज।
डायबिटीज में ज्यादा पेशाब क्यों आता है?
जिन लोगों को मधुमेह होता है, उनके रक्त में शर्करा या ग्लूकोज का स्तर अधिक हो जाता है। इससे किडनी को अतिरिक्त चीनी को फ़िल्टर करने और अवशोषित करने में बाधा आती है। जब किडनी ठीक से काम नहीं कर पाती तो अतिरिक्त चीनी मूत्र में चली जाती है।
डायबिटीज में पेशाब का रंग कैसा होता है?
यदि आपको डायबिटीज इन्सिपिडस है, तो आपको बड़ी मात्रा में पानी जैसा (पतला), हल्के रंग का मूत्र आता रहेगा, जबकि आम तौर पर आप केवल थोड़ी मात्रा में गाढ़ा, गहरे पीले रंग का मूत्र त्यागते हैं।
यदि आपको मधुमेह है तो दिन में कितनी बार पेशाब आ सकता है?
दिन में 7-10 बार से ज्यादा पेशाब करना टाइप 1 या टाइप 2 डायबिटीज का संकेत हो सकता है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा (एनएचएस) के अनुसार, मधुमेह के हल्के मामलों में मूत्र उत्पादन 3 लीटर से लेकर गंभीर मामलों में प्रति दिन 20 लीटर तक हो सकता है।